tag:blogger.com,1999:blog-4810328969987679043.post2231308533706922910..comments2023-09-25T18:15:11.218+05:30Comments on अवदत् अनीता : आपणों मारवाड़अनीता सैनी http://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comBlogger18125tag:blogger.com,1999:blog-4810328969987679043.post-76327328570098511252021-09-15T17:41:21.054+05:302021-09-15T17:41:21.054+05:30सकारात्मक सोच के साथ जीने का संदेश देती बहुत ही सु...सकारात्मक सोच के साथ जीने का संदेश देती बहुत ही सुन्दर लघुकथा अनीता जी!<br />हिन्दी अनुवाद पढकर समझ आयी लघुकथा<br />बहुत ही लाजवाब।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4810328969987679043.post-6245105193995925402021-09-11T22:28:48.480+05:302021-09-11T22:28:48.480+05:30सादर प्रणाम सर 🙏
”भगवती जीजी!पानी से क्या सूरज क...सादर प्रणाम सर 🙏<br /><br />”भगवती जीजी!पानी से क्या सूरज को सींचोगी।<br />आपके गाय-बाछी तो है नहीं फिर पानी लेने क्यों आती हो? देखो तो सही रोज़ मटका उठा कर चल देती है।<br /><br />शरबती काकी भगवती ताई का उपहास उड़ाती हुई, उनकी दुःखती रग पर हाथ रखते हुए कहती है।<br /><br />"मैं और मेरा ख़सम तो हैं ना, हम इंसान नहीं हैं क्या?<br />हमें भी तो पानी चाहिए।"<br /><br />कहते हुए भगवती ताई सर पर रखा मटका सुव्यवस्थित करती है और एक मटका कमर पर रख चल देती है।<br /><br /> देखते ही देखते उनके क़दमों की गति बाक़ी औरतों से स्वतः ही तेज़ हो जाती है।<br /><br />छींटाकसी से कोसों दूर भगवती ताई अपने सौम्य स्वभाव के लिए जानी जाती है।<br /><br />औलाद न होने का दुःख कभी उनके चेहरे से नहीं झलका।<br /><br />”बात तो ठीक कहो जीजी!परंतु थोड़ी धीरे-धीरे चलो।<br />कभी कभार ही सही मन में विचार तो आता ही होगा? ,आपका मन भी टूटता ही होगा बिन बच्चों के, बिन बच्चों के जीवन भी क्या जीवन।<br />अब मेरे ही देखो चार-चार बच्चे है।आँगन गूँजता ही रहता है।”<br /><br />शरबती काकी ने अपनी मनसा परोसी कि वह अपना दुखड़ा रोए और कहे।<br /><br />"हाँ, मैं अभागी हूँ। मेरा तो भाग्य ही फूटा है जो औलाद का सुख नसीब नहीं हुआ। "<br /><br />परंतु भगवती ताई इन सब से परे अपनी एक दुनिया बसा चुकी है।<br /><br />”अरे शरबती!<br />अपनों मारवाड़ अपनी बेटियों को लाचार होकर टूटना-बिखरना नहीं बल्कि हर हाल में उठना और जीना सिखाता है."<br /><br />भगवती ताई पानी के दोनों मटके प्याऊ में रखते हुए कहती है।<br /><br />@अनीता सैनी 'दीप्ति'अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4810328969987679043.post-8954378066957374702021-09-11T18:20:21.399+05:302021-09-11T18:20:21.399+05:30जी जरुर सर।
अत्यंत हर्ष हुआ आपकी प्रतिक्रिया मिली।...जी जरुर सर।<br />अत्यंत हर्ष हुआ आपकी प्रतिक्रिया मिली।<br />आशीर्वाद बनाए रखे।<br />सादर प्रणामअनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4810328969987679043.post-3824115883873745882021-09-11T18:04:40.723+05:302021-09-11T18:04:40.723+05:30वाह अनीता, प्यारी सी लघु-कथा !
मारवाड़ी कविताओं-गी...वाह अनीता, प्यारी सी लघु-कथा ! <br />मारवाड़ी कविताओं-गीतों की तरह अपनी कहानी में भी आंचलिक संवादों के साथ उनका हिंदी भावार्थ भे दे दो तो हमको उन्हें समझने में आसानी होगी. <br />गोपेश मोहन जैसवालhttps://www.blogger.com/profile/02834185614715316752noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4810328969987679043.post-90288499205825397292021-09-10T09:09:21.429+05:302021-09-10T09:09:21.429+05:30अत्यंय हर्ष हुआ सर आपकी प्रतिक्रिया से सृजन सार्थक...अत्यंय हर्ष हुआ सर आपकी प्रतिक्रिया से सृजन सार्थक हुआ।<br />सादर नमस्कार अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4810328969987679043.post-81529415432662074242021-09-10T08:59:54.270+05:302021-09-10T08:59:54.270+05:30इस लघुकथा की जितनी भी प्रशंसा की जाए, कम ही रहेगी ...इस लघुकथा की जितनी भी प्रशंसा की जाए, कम ही रहेगी आदरणीया अनीता जी।जितेन्द्र माथुरhttps://www.blogger.com/profile/15539997661147926371noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4810328969987679043.post-73732764830936771962021-09-07T07:34:45.462+05:302021-09-07T07:34:45.462+05:30आभारी हूँ आदरणीय जिज्ञासा दी।
सादर आभारी हूँ आदरणीय जिज्ञासा दी।<br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4810328969987679043.post-53608309879482841172021-09-06T22:38:02.885+05:302021-09-06T22:38:02.885+05:30सकारात्मकता का सार्थक संदेश देती उत्कृष्ट कथा ।सकारात्मकता का सार्थक संदेश देती उत्कृष्ट कथा ।जिज्ञासा सिंह https://www.blogger.com/profile/06905951423948544597noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4810328969987679043.post-14367746297920587282021-09-06T20:44:39.812+05:302021-09-06T20:44:39.812+05:30आभारी हूँ आदरणीय कुसुम दी जी सारगर्भित प्रतिक्रिया...आभारी हूँ आदरणीय कुसुम दी जी सारगर्भित प्रतिक्रिया से सृजन सार्थक हुआ।<br />सादर <br />अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4810328969987679043.post-81457760921286066042021-09-06T20:39:08.812+05:302021-09-06T20:39:08.812+05:30बहुत बहुत शुक्रिया सर मंच पर स्थान देने हेतु।
सादर...बहुत बहुत शुक्रिया सर मंच पर स्थान देने हेतु।<br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4810328969987679043.post-7097240043225345382021-09-06T20:38:33.521+05:302021-09-06T20:38:33.521+05:30आभारी हूँ आदरणीय मीना दी।
सादर आभारी हूँ आदरणीय मीना दी।<br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4810328969987679043.post-25735978040568052492021-09-06T20:38:09.029+05:302021-09-06T20:38:09.029+05:30आभारी हूँ आदरणीय दी।
सादर आभारी हूँ आदरणीय दी।<br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4810328969987679043.post-56032907569710060732021-09-06T20:37:35.426+05:302021-09-06T20:37:35.426+05:30बहुत बहुत शुक्रिया सर।
सादर बहुत बहुत शुक्रिया सर।<br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4810328969987679043.post-82322830100701759572021-09-06T15:21:55.645+05:302021-09-06T15:21:55.645+05:30बहुत प्रेरक लघु कथा, दृढ़ निश्चयी व्यक्तित्व परमार...बहुत प्रेरक लघु कथा, दृढ़ निश्चयी व्यक्तित्व परमार्थी सोच <br />सच मारवाड़ की इन विरांगनाओं को नमन।<br />सुंदर! हृदयग्राहिणी ।मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4810328969987679043.post-19384937386216623292021-09-05T20:37:15.796+05:302021-09-05T20:37:15.796+05:30नमस्ते,
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा सोमवार...नमस्ते,<br />आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा सोमवार (06-09-2021 ) को <a href="https://charchamanch.blogspot.com/" rel="nofollow"> 'सरकार के कान पर जूँ नहीं रेंगी अब तक' (चर्चा अंक- 4179) </a> पर भी होगी। आप भी सादर आमंत्रित है। रात्रि 12:01 AM के बाद प्रस्तुति ब्लॉग 'चर्चामंच' पर उपलब्ध होगी। <br /><br /> चर्चामंच पर आपकी रचना का लिंक विस्तारिक पाठक वर्ग तक पहुँचाने के उद्देश्य से सम्मिलित किया गया है ताकि साहित्य रसिक पाठकों को अनेक विकल्प मिल सकें तथा साहित्य-सृजन के विभिन्न आयामों से वे सूचित हो सकें। <br /><br /> यदि हमारे द्वारा किए गए इस प्रयास से आपको कोई आपत्ति है तो कृपया संबंधित प्रस्तुति के अंक में अपनी टिप्पणी के ज़रिये या हमारे ब्लॉग पर प्रदर्शित संपर्क फ़ॉर्म के माध्यम से हमें सूचित कीजिएगा ताकि आपकी रचना का लिंक प्रस्तुति से विलोपित किया जा सके। <br /><br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br /><br />#रवीन्द्र_सिंह_यादव<br />Ravindra Singh Yadavhttps://www.blogger.com/profile/09309044106243089225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4810328969987679043.post-36719216711116277942021-09-05T16:27:07.377+05:302021-09-05T16:27:07.377+05:30जीवन का सार्थक और सकारात्मक पहलू दर्शाती सशक्त लघु...जीवन का सार्थक और सकारात्मक पहलू दर्शाती सशक्त लघुकथा ।Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4810328969987679043.post-6347642770173420912021-09-05T16:03:22.234+05:302021-09-05T16:03:22.234+05:30सार्थक संदेश देती अच्छी लघु कथा । सार्थक संदेश देती अच्छी लघु कथा । संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4810328969987679043.post-53659037182671310822021-09-05T13:43:15.684+05:302021-09-05T13:43:15.684+05:30जीवन एक संघर्ष है. परिस्थितियों से जूझना ही जीवन क...जीवन एक संघर्ष है. परिस्थितियों से जूझना ही जीवन की नियति है.<br />मार्मिक संदेश देती लघुकथा.Ravindra Singh Yadavhttps://www.blogger.com/profile/09309044106243089225noreply@blogger.com